Description: चयन की समस्या उत्पन्न होती है, क्योंकि (अ) संसाधन दुर्लभ हैं तथा (ब) संसाधनों के अनेक वैकल्पिक प्रयोग हो सकते हैं। किसी अर्थव्यवस्था को तीन आधारभूत समस्याओं का सामना करना पड़ता है, किन वस्तुओं व सेवाओं का उत्पादन किया जाए, कैसे उत्पादन किया जाए तथा किसके लिये उत्पादन किया जाए? पूंजीवादी अर्थव्यवस्था वह आर्थिक प्रणाली होती है जिसमें उत्पादन के साधन निजी स्वामित्व में होते हैं तथा वस्तुओं और सेवाओं का उत्पादन अधिकतम लाभ कमाने के उद्देश्य से होता है। नियोजित आर्थिक प्रणाली में सरकार का एक केन्द्रीय नियोजन अधिकारी होता है जो क्या उत्पादन किया जाए, कैसे उत्पादन किया जाय तथा किसके लिये उत्पादन किया जाए, का निर्णय लेता है। मिश्रित आर्थिक प्रणाली सरकारी नियोजन को स्वतंत्रा बाजार अर्थव्यवस्था से जोड़ती है। किसी अर्थव्यवस्था की संवृद्धि के लिये उपलब्ध संसाधनों जैसे श्रम, पूंजी तथा तकनीकी में संवृद्धि होनी चाहिये। यदि अर्थव्यवस्था में सभी संसाधनों को पूर्ण रोजगार मिल जाए तो केवल अन्य वस्तु की कुछ मात्रा का त्याग करके ही किसी वस्तु की मात्रा में वृद्धि की जा सकती है। ऐसा तब होता है जब उत्पादन
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